‘श्रीरामचरितमानस’ वाल्मीकि रामायण पर आधारित महाकाव्य है जिसकी रचना 16 वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास जी ने की। अवधि बोली में रचित यह ग्रन्थ तुलसी रामायण के नाम से जाना जाता है और अगणित भारतीय घरों में प्रतिदिन भक्ति-भाव से गाया जाता है। तुलसीदास जी ने भगवान राम के जीवन चरित को अत्यन्त सरल रचना में समेट कर समस्त संसारी जीवों के व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन के लिए आदर्श स्थापित किया है।‘श्रीरामचरितमानस अनुभूति’ नाम के इस कार्यक्रम में आप श्रीमती उमा शर्मा के साथ भक्ति रसायन का भरपूर आनन्द उठायें। 'Sriramcharitmanas' is an epic poem based on Valmiki's Ramayana, composed by Goswami Tulsidas in the 16th century. This sacred scripture is composed in the Awadhi dialect known as Tulsi Ramayana and is sung with devotion every day in many Indian homes.Tulsidas encapsulated the life story of Lord Ram in an extremely simple poetic composition, setting an ideal for the personal, familial, social and spiritual life of all worldly beings. Enjoy Ram Katha with Smt. Uma Sharma in full devotion.
What will you gain from this course? (Key Benefits / Learning Outcomes)
उद्देश्य व अधिगम प्रतिफल
Objectives & Learning Outcomes
What are the materials/support you get?
What are the prerequisites to get the best out of this course? (Eligibility)
हाँ। कार्यक्रम के अन्त में कम्प्युटर पर आधारित (MCQs) टेस्ट होगा और उसमें 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने पर आपको व्योम लैब की ओर से ई-प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
Yes. There will be an Assessment conducted at the end of the course, and you will get an e-certificate from Vyoma Labs if you clear the assessment with 60% or more marks.